IAS मुख्य परीक्षा के भूगोल से संबंधित संभावित प्रश्न: प्रत्येक वर्ष लाखों उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित होते हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने हाल ही में, आगामी UPSC IAS मुख्य परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। IAS मुख्य परीक्षा का आयोजन 28 अक्टूबर 2017 को किया जायेगा।
सभी UPSC IAS उम्मीदवार, इस समय IAS मुख्य परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम अपने आप को कितना अच्छा और जानकार समझते हैं या हम यह सोचते हैं कि हमने लिखित परीक्षा में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, IAS परीक्षा में हमेशा एक अनिश्चितता बनी रहती है। यह वैकल्पिक विषयों के लिए विशेष रूप से सत्य है। इस लेख में, हम आपको IAS मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक विषय भूगोल से संबंधित संभावित प्रश्नों के बारे में अवगत करायेंगे।
IAS मुख्य परीक्षा के भूगोल विषय से संबंधित संभावित प्रश्न
इस लेख में हम IAS मुख्य परीक्षा के भूगोल विषय के लिए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को सूचीबद्ध कर रहे हैं।
- अपरदन के जलवायु नियंत्रित एजेंटों के नाम बताइए। समझाइए कि वे पदार्थ के गुणों के संबंध में किस प्रकार भिन्न होते हैं। उनमें से प्रत्येक के द्वारा उत्पादित भू-आकृतियों की तुलना कीजिये।
- शब्द ‘परिवेश’ को परिभाषित कीजिये तथा आरोपित परिवेश और अंतर्वर्धित परिवेश की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिये?
- प्लेट टेक्टोनिक्स की अवधारणा का वर्णन कीजिये। यह हिमालय और अपालाचे पर्वत के गठन की व्याख्या करने में किस प्रकार से सहायक होते हैं।
- हवा के द्रव्यमान के मूल, गति और विशेषताओं का वर्णन कीजिये तथा विश्व की जलवायु को प्रभावित करने में उनकी भूमिका समझाइए।
- एक शीतोष्ण चक्रवात के जीवन चक्र को समझाइए तथा इससे संबंधित मौसम का भी वर्णन कीजिये।
- जलवायु के कोपेन वर्गीकरण की कमियों का वर्णन कीजिये। समझाइए कि Thornthwaite ने कोपेन की सीमाओं ने उभरने के लिए किस प्रकार प्रयास किया।
- वातावरण के त्रिकोशीय दक्षिणी संचलन के महत्व पर चर्चा करें।
- विश्व प्रसिद्ध तीन स्थानीय हवाओं का उदाहरण देते हुए उनके विकास तथा स्थानीय मौसम पर उनके प्रभाव पर चर्चा कीजिये।
- मानसूनी हवाओं की उत्पत्ति और क्रियाविधि पर चर्चा करें तथा मानसून के संचलन पर अल नीनो की भूमिका समझाइए।
- अपरदन के द्वितीय चक्र के अंतर्गत स्थलाकृति में पाई जाने वाली भू-आकृतिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- अपक्षय एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई प्रक्रियाएं शामिल होती हैं तथा यह विभिन्न कारकों द्वारा प्रभावित होती है। समझाइए
- समुद्र तल स्थलाकृति का वर्णन करें और मध्य अटलांटिक रिज का एक विस्तृत ब्यौरा दीजिये।
- समुद्री निक्षेप के विभिन्न आधारों को वर्गीकृत कीजिये तथा समुद्री निक्षेप का एक विस्तृत ब्यौरा दीजिये।
- कोरल रीफ के गठन के लिए आदर्श स्थितियों का वर्णन कीजिये तथा कोरल रीफ गठन के हिमनद नियंत्रण सिद्धांत पर चर्चा कीजिये।
- बेथीमेट्री की विधियों और अटलांटिक महासागर की तल स्थलाकृति पर चर्चा कीजिये।
- “समुद्र के पानी में तापमान, लवणता और घनत्व अंतर, समुद्र के पानी के संचलन के प्रमुख कारण होते हैं। ” इस कथन पर प्रकाश डालिए।
- अपतटीय ध्वनिक अध्ययन ने, समुद्र तल के प्रसार की अवधारणा के विकास में सहायता की।” समझाइए
- उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मत्स्य-स्थल के अपेक्षाकृत कम विकास के लिए कारणों का विश्लेषण कीजिये।
- पारिस्थितिकी तंत्र को परिभाषित कीजिये तथा संक्षिप्त में इसके घटकों का वर्णन कीजिये? साथ ही इस पर भी चर्चा कीजिये कि किस प्रकार और किस हद तक आधुनिक मानव ने विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिकी तंत्रों को प्रभावित किया है।
- विश्व के प्रमुख जैविक क्षेत्रों के बारे में बताइए तथा मानसून क्षेत्र के पारिस्थितिक पहलुओं पर चर्चा कीजिये।
- सतत विकास के उद्देश्य के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में, जलविभाजन की उपयोगिता पर चर्चा करें।
- प्राणि वृत्तांत संबंधी (zoogeographic) क्षेत्रों को परिभाषित कीजिये। साथ ही नव-आर्कटिक प्राणि वृत्तांत संबंधी क्षेत्र की बुनियादी फौनल बनावट पर चर्चा कीजिये।
- भूगोल के नजरिए से ‘सतत विकास’ पर एक निबंध लिखिए।
- पृथ्वी के एक भाग से दूसरे भाग पर ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव किस प्रकार भिन्न होता है? एक उचित तर्क दीजिये।
- “शहरी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, महानगर योजना में सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।” समझाइए
- पहाड़ियों और पहाड़ी ढलानों में पर्यावरण के क्षरण में वृद्धि के प्रमुख कारणों का विस्तृत विवरण दीजिये तथा इसके निचली घाटी प्रभाव को बताइए।
- सतह अपरदन की अवधारणा को बताइए तथा उनके विकास के लिए जिम्मेदार कारकों पर प्रकाश डालिए।
- क्लाइव विल्किनसन की रिपोर्ट के संदर्भ में कोरल विरंजन पर हाल ही में हुए अवलोकन पर विस्तृत ब्यौरा दीजिये।
- ‘मात्रात्मक क्रांति और मॉडल निर्माण, भौगोलिक अनुसंधान के लिए एक अनुभवजन्य आधार प्रदान करते हैं’। स्पष्ट कीजिये
- विश्व में मानव विकास सूचकांक के स्थानिक पैटर्न और मूल्यांकन के लिए निर्धारित मापदंडों के बारे में बताइए।
- रोस्टो द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत के अनुसार, एक राष्ट्र के विकास की अनुगामी अवस्था तथा अनुकरण के लिए आवश्यक शर्तों को समझाइए।
- उपयुक्त उदाहरण देते हुए भौगोलिक अध्ययन में सिस्टम विश्लेषण के महत्व का वर्णन कीजिये।
- “गंगा चूल्हा (Indo-Gangetic hearth) को विश्व के सबसे अमीर सांस्कृतिक स्थानों में से एक माना जाता है।” इस कथन का परीक्षण कीजिये
- वेबर के औद्योगिक स्थान के सिद्धांत पर चर्चा कीजिये तथा वर्तमान में इसकी उपयोगिता का आंकलन कीजिये।
- सतत विकास की अवधारणा को समझाइए तथा कृषि विकास के लिए एक मॉडल का सुझाव दीजिये।
- कृषि और खाद्य सुरक्षा तथा विश्व के तटीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन के परिणामों पर चर्चा कीजिये।
- वैश्विक उत्पादन और भोजन के वितरण पर एक भौगोलिक दृष्टि प्रदान कीजिये।
- अकाल, काफी हद तक, एक मानव निर्मित खतरा है। इस कथन पर प्रकाश डालिए।
- विश्व व्यापार के पैटर्न का पता लगाने में विश्व व्यापार संगठन की भूमिका पर चर्चा कीजिये।
- Whittlessy द्वारा वर्गीकृत कृषि क्षेत्रों का उल्लेख कीजिये तथा उनकी उपयोगिता पर चर्चा कीजिये।
उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वे आगामी IAS मुख्य परीक्षा के भूगोल विषय की प्रभावी रूप से तैयारी करने के लिए इन प्रश्नों को ध्यानपूर्वक देखें।
इन महत्वपूर्ण प्रश्नों के द्वारा IAS मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक विषय भूगोल की तैयारी कीजिये। यहां हम अपने इस लेख को समाप्त करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ये प्रश्न सभी प्रकार से आपकी सहायता करेंगे।
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